नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि आने वाले समय में अफगानिस्तान में सक्रिय छोटे-छोटे आतंकवादी संगठन (Small terrorist organizations) तबाही मचा सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ये आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) के नेतृत्व में एकजुट हो रहे हैं। इससे पाकिस्तान और अफगानिस्तान में आतंकी हमले को बढ़ने की आशंका है।
रिपोर्ट में कहा गया कि तहरीक-ए तालिबान पाकिस्तान पिछले साल सिर्फ तीन महीनों के अंदर 100 से ज्यादा सीमा पार हमलों के लिये जिम्मेदार था। एनालिटिकल सपोर्ट ऐंड सैंक्शंस मॉनीटरिंग टीम की 27वीं रिपोर्ट इराक में इस्लामिक स्टेट और लेवांट (दाइश), अलकायदा व अन्य संबंधित समूहों से जुड़ी सुरक्षा परिषद की समिति को सौंपी गई।
रिपोर्ट में बताया गया कि टीटीपी ने अफगानिस्तान में छोटे-छोटे आतंकी समूहों (Small terrorist organizations) को कथित रूप से फिर से एक करने का काम कर रहा है। इसका संचालन अलकायदा कर रहा था। इससे अफगानिस्तान, पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्र में खतरा और बढ़ने की आशंका है।
यूएन की रिपोर्ट में कहा गया है कि एक आकलन के मुताबिक, टीटीपी में लड़ाकों की संख्या 2,500 से 6,000 तक है। टीटीपी जुलाई और अक्टूबर 2020 के बीच सीमा पार के देशों में 100 से अधिक हमलों के लिए जिम्मेदार है।