भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त क्रिकेटर सौरव गांगुली ने 1992 में क्रिकेट की शुरुआत की। लेकिन सौरव गांगुली को 1996 में क्रिकेट में पहचान मिली। जानिए सौरव गांगुली के बारे में दिलचस्प बातें
1.सौरव गांगुली फुटबॉल के बड़े फैन रहे हैं और उनका पहला प्यार भी। एक बार स्कूल की 10 दिनों की छुट्टी में उनके पिता ने सौरव को क्रिकेट एकेडमी में दाखिला दिला दिया जिसके बाद उनको क्रिकेट से प्यार हो गया और क्रिकेट का बड़ा सितारा बन गए।
2. सौरव गांगुली को पहली बार 1992 में भारतीय टीम में शामिल किया गया था, लेकिन वे तुरंत ही टीम से निकाल दिए गए। वजह यह थी कि उनका व्यवहार कुछ लोगों को रास नहीं आया और उन्होंने टीम मैनेजमेंट से उनकी शिकायत कर दी।
3. सौरव ने हिम्मत नहीं हारी और लगातार मैदान पर पसीना बहाते रहे। 1996 में लॉड्स में अपने ही पहले ही मैच में सौरव ने शतक जड़ा। सौरव को यह मौका भी नवजोत सिंह सिद्धू की वजह से मिला था, जिनकी उस समय तत्कालीन कप्तान अजहरुद्दीन से अनबन हो गई थी और उन्होंने खेलने से इनकार किया था।
4. दादा के नाम से मशहूर सौरव गांगुली ने 113 टेस्ट मैचों में 7,212 रन बनाए हैं, जबकी 311 वनडे मैचों में उन्होंने 22 सेंचुरी की मदद से 11,363 रन बनाए। वनडे मैचों में रन बनाने में गांगुली की गिनती दुनिया के दिग्गज बल्लेबाजों में हुई।
5. साल 2000 से 2005 के बीच सौरव की कप्तानी में भारत ने 21 टेस्ट मैचों में जीत हासिल की थी। गांगुली के पसंदीदा कप्तान वेस्टइंडीज के धाकड़ बल्लेबाज ब्रायन लारा हैं।