नई दिल्ली। भारत सरकार ने मलेशिया से पाम ऑयल के आयात पर रोक लगा दी है। भारत सरकार के इस रोक के बाद देशी कंपनियों को इसका फायदा मिलेगा। बता दें कि भारत सरकार ने यह फैसला मलेशिया द्वारा कश्मीर और सीएए पर भारत के खिलाफ दिए गए बयान के बाद लिया है। भारत के इस कदम से मलेशिया के पाम ऑयल सेक्टर को गहरा धक्का लगा है।
कश्मीर और नागरिकता कानून पर भारत सरकार के रुख का मलेशियाई प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद के विरोध के बाद मलेशिया और भारत के बीच विवाद बढ़ गया था। जिसके बाद भारत ने रिफाइंट मलेशियाई पाम ऑयल पर रोक लगा दी। इस बात का संकेत मिल रहा है कि भारत मलेशिया से अन्य वस्तुओं के आयात पर भी रोक लगा सकता है।
भारत ने ये कदम तब उठाया है, जब मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद कश्मीर मुद्दे से लेकर नागरिकता कानून को लेकर भारत की तीखी आलोचना कर चुके हैं। इसके साथ-साथ मलेशिया द्वारा विवादित इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाइक को शेल्टर देने से भी भारत नाराज है।
हालांकि सरकार ने मलेशिया से क्रूड यानी गैर रिफाइंड पाम ऑयल के आयात पर कोई रोक नहीं लगाई है। इससे देश की कंपनियों को फायदा हो सकता है। ये कंपनियां देश के अंदर खुद रिफाइंड ऑयल को बेच सकेंगीं। भारत मलेशिया के खाद्य तेल का सबसे बड़ा आयातक देश है। पिछले वित्तीय वर्ष में मलेशिया ने भारत को कुल 10.8 अरब डॉलर का निर्यात किया जबकि भारत से सिर्फ 6.4 अरब डॉलर का ही आयात किया था।