दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने ड्रग रैकेट के मामले में एक ब्रिटिश नागरिक को भारत में प्रत्यर्पित कराने में सफलता प्राप्त की है. आरोपी को लंदन से भारत लाया जा चुका है और दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी का नाम हरविंदर सिंह उर्फ बल्ली (50) है. बल्ली मादक पदार्थ म्याऊं म्याऊं की तस्करी का मास्टरमइंड है. उसके कुछ साथियों को स्पेशल सेल ने पहले ही गिरफ्तार किया था. उन्हीं की निशानदेही के बाद हरविंदर सिंह का नाम सामने आया था, जिसके बाद पुलिस उसे लंदन से भारत वापस ले आई है.
इस वर्ष ये दूसरी बार है, जब स्पेशल सेल ने लंदन के नागरिक को भारत में आपराधिक गतिविधियों में लिप्त होने के कारण प्रत्यर्पित करवाया है. इसके पहले मार्च 2021 में स्पेशल सेल किशन सिंह नाम के ब्रिटिश नागरिक को दिल्ली लेकर आई थी.
स्पेशल सेल के डीसीपी राजीव रंजन ने बताया कि हरविंदर सिंह उर्फ बल्ली इंटरनेशनल ड्रग रैकेट चलाता है और म्याऊं म्याऊं नामक ड्रग तस्करी में लिप्त है. वह गैंग का मास्टरमाइंड है और उसके गुर्गे भारत में इस पूरे ड्रग तस्करी के काम को अंजाम देते आए हैं. स्पेशल सेल ने वर्ष 2018 में एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज करते हुए बल्ली के गैंग के 7 सदस्यों को गिरफ्तार किया था.
जांच के दौरान खुलासा हुआ कि इस ड्रग रैकेट का सरगना हरविंदर सिंह उर्फ बल्ली है, जो यूके में बैठ कर ड्रग रैकेट को ऑपरेट कर रहा है. इसके बाद स्पेशल सेल ने अदालत से बल्ली के खिलाफ गैर -जमानती वारंट जारी करवाया और उसे भारत लाने की प्रक्रिया शुरु कर दी.
जांच के दौरान स्पेशल सेल ने टेलिफोन पर हुई बल्ली की बातचीत को रिकॉर्ड किया था. पिछले साल स्पेशल सेल की सिफारिश पर भारत सरकार ने उसे प्रत्यर्पित करने के लिए यूके सरकार से निवेदन किया. जिसके बाद यूके पुलिस ने इसी वर्ष फरवरी में आरोपी हरविंदर सिंह को अरेस्ट कर लिया था. कोर्ट और कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद स्पेशल सेल की टीम ने यूके पहुंच आरोपी को हिरासत में लिया और उसे पकड़ कर दिल्ली ले आई. आरोपी ब्रिटेन के साउथ हाल में रह रहा था.
पुलिस के अनुसार हरविंदर सिंह उर्फ बल्ली मूल रूप से काबूल अफगानिस्तान का रहने वाला है. तालीबान मुद्दों की वजह से वह साल 1991-92 में परिवार के साथ दिल्ली शिफ्ट हो गया था. पहली बार वह साल 1998 में यूके गया था. बाद में उसने साल 2008 में ब्रिटिश नागरिकता हासिल कर ली. लंदन में रहते हुए वह ड्रग के धंधे में शामिल हो गया और वहां रहते हुए वह भारत में बैठे अपने सहयोगियों के साथ मिलकर ड्रग का धंधा कर रहा था.