जेएनयू में हिंसा के बाद छात्रों में डर का माहौल, कई छात्रों ने हॉस्टल छोड़ा

जेएनयू में हिंसा
जेएनयू में हिंसा

नई दिल्ली। जेएनयू में रविवार को हुए हिंसा के बाद कैंपस में छात्रों के बीच डर का माहौल है। कई छात्र कैंपस को छोड़कर अपने-अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के पास चले गए हैं। वहीं कई छात्र अपने-अपने घरों को रवाना हो गए। जेएनयू के हॉस्टल में से छात्रों का पलायन जारी है।

वहीं जेएनयू हिंसा के बाद मुंबई, हैदराबाद, पुणे में भी छात्रों ने जेएनयू हिंसा के विरोध में प्रदर्शन किया। मुंबई में छात्रों ने कैंडल जलाकर विरोध दर्ज कराया। मारपीट की घटना से जेएनयू कैंपस में डर का माहौल है। इसके साथ ही कैंपस में तनाव का माहौल भी है।

छात्रों का कहना है कि अंदर अभी भी डर का माहौल बना हुआ है और पढ़ाई नहीं हो पा रही है, इसलिए हम लोग सुरक्षित जगह पर जा रहे हैं। छात्रों का यह भी कहना है कि जब माहौल माकूल होगा वे फिर वापस आएंगें। हिंसा में छात्रों के दोनों गुट एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में रविवार शाम हिंसा की घटना हुई। जेएनयू छात्र संघ ने दावा किया है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने हिंसा को अंजाम दिया है। वहीं एबीवीपी ने लेफ्ट मारपीट करने का आरोप लगाया है।

बता दें कि इससे पहले सीताराम येचुरी और राहुल गांधी ने भी जेएनयू हिंसा को लेकर सरकार को कटघरें में खड़ा किया था। राहुल गांधी ने कहा था कि जेएनयू हिंसा से हैरान हूं।

गृहमंत्री अमित शाह ने जेएनयू हिंसा पर दिल्ली पुलिस से रिपोर्ट की मांग की। जेएनयू प्रशासन ने मानव संशाधन मंत्रालय को हिंसा की रिपोर्ट सौंप दी है।