हैदराबाद गैंगरेप के चारों आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया

तेलंगाना पुलिस ने हैदराबाद गैंगरेप को चारों आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया । चारो आरोपी वहीं मारे गए है जहां पर इनलोगों ने भेटनरी डॉक्टर के साथ हैवानियत की सारी हदों को पार कर देने वाली घटना को अंजाम दिया था।

आइए आपको बताते है कि कैसे ये चारो दरिंदों मारे गए हैं।

दरअसल पुलिस केस मजबूत हो और वह अदालत में केस से जुड़े सभी पहलुओं को रख सके इसके लिए वारदात का रिकंस्ट्रक्शन करती है। रिकंस्ट्रक्शन में वारदात की जगह आरोपियों को ले जाया जाता है और उनलोगों ने कैसे पूरी घटना को अंजाम दिया था इसे अपराधियों द्वारा दोहराया जाता है।

हैदराबाद रेपकांड के चारों आरोपी 10 दिन के लिए पुलिस रिमांड में थे। 4 दिसंबर को इस केस की जल्द सुनवाई के लिए फास्ट ट्रेक कोर्ट का भी गठन किया गया था। इन चारों आरोपियों का नाम मोहम्मद आरिफ, शिवा, नवीन, और केशवुलू ।

देर रात  तेलंगाना पुलिस चारो आरोपियों को लेकर रिकंस्ट्रक्शन के लिए घटनास्थल पहुंचती है। पुलिस द्वारा आरोपियों को पूरी वारदात को कैसे अंजाम दिया था इसे एकबार फिर से कर दिखाने को कहा जाता है। इसी दौरान आरोपी पुलिस के हथियार छिन लेते है और भागने लगते है। पुलिस द्वारा उनका पीछा किया जाता है और रुकने को कहा जाता है, लेकिन उसी दौरान आरोपियों द्वारा पुलिस पर हमला किया जाता है। जवाब में पुलिस द्वारा भी गोली चलाई जाती है और चारो आरोपी ढेर हो जाते है। यह पूरी घटना सुबह के तकरीबन 3.45 बजे होती है।

डीसीपी शमशाबाद प्रकाश रेड्डी ने बताया कि साइबराबाद पुलिस ने घटनाओं के अनुक्रम के पुन: निर्माण के लिए आरोपी व्यक्तियों को अपराध स्थल पर लाया था। आरोपियों ने हथियार छीन लिए और पुलिस पर फायरिंग की। आत्मरक्षा में पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें आरोपी मारे गए।

बता दें कि हैदराबाद के बाहरी इलाके शमशाबाद में 27 नवंबर की रात को चार ट्रक ड्राइवरों और क्लीनर ने मिलकर महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और पेट्रोल जलाकर मारने जैसे अपराध को अंजाम दिया था।इस घटना के बाद से दोषियों को जल्द से जल्द फांसी की मांग को लेकर देश भर में प्रदर्शन हो रहे थे। सड़क से लेकर संसद तक आरोपियों के लिए मौत की मांगी जा रही थी।